नई दिल्ली । युवाओं की नींद पूरी नहीं हो पा रही है। मोबाइल और सोशल मीडिया के कारण युवाओं की देर रात तक जागने की आदत बन गई है।एक सर्वे में सामने आया है, कि सोमवार से शुक्रवार को युवा 2 बजे रात के बाद सोते हैं।वहीं शनिवार और इतवार को युवाओं की यह संख्या बढ़कर लगभग 46 फ़ीसदी हो जाती है।सर्वे में 18 से 25 साल के युवाओं मे 51।6 फ़ीसदी पाया गया है। युवा देर रात तक ओटीटी पर फ़िल्में और वेब सीरीज देखते हैं।28।8 फीसदी युवा सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते हैं।
सर्वे में इस बात का भी खुलासा हुआ है। 55 फ़ीसदी युवा जब नींद से उठते हैं। अपने आप को थका हुआ महसूस करते हैं। सर्वे में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि लगभग 67 फ़ीसदी युवाओं की नींद ही पूरी नहीं हो पा रही है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह भी सामने आई है, कि 20 फ़ीसदी लोग, सिर्फ दो या तीन घंटे की नींद ही लेते हैं। युवाओं का सोने और जागने के समय का कोई टाइम निर्धारित नहीं है।युवाओं का स्लीपिंग पैटर्न पूरी तरह से बिगड़ गया है। इसका असर उनकी पढ़ाई और कैरियर पर पड़ रहा है।
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