जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि किस्सू उर्फ किशोर तिवारी पर कुल 22 मामले दर्ज हैं, जिसका लास्ट अपराध 2015 में आर्म्स एक्ट रहा। वहीं, आरोपी द्वारा अपहरण और हत्या सहित कई गंभीर अपराध को अंजाम दिया गया था। इसमें से 20 कटनी में तो एक जबलपुर और एक इंदौर में घटित किया गया था। पुलिस गिरफ्तार करने के लिए लगातार देश भर के अलग-अलग हिस्सों में दबिश दे रही थी। इसके साथ ही आरोपी किस्सू तिवारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था, जिसे बढ़ाते हुए 55 हजार कर दिया था। एसपी ने आरोपी के गिरफ्तारी के लिए 18 सदस्यीय टीम गठित की थी, जिसमें दो उप पुलिस अधीक्षक, दो थाना प्रभारी, सात उप निरीक्षक, एक एएसआई, दो प्रधान आरक्षक तो दो आरक्षक शामिल किए थे। इस संबंध में मीडिया से चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार मिल रहे निर्देशन पर 18 सदस्यीय टीम, जो पांच हिस्सों में बांटते हुए एक टीम हिमाचल के कांगड़ा, दूसरी टीम आसाम के नाहर कटिया, तीसरी टीम इंदौर के तुकोगंज और चौथी टीम दिल्ली के लिए रवाना की थी। इसी दौरान सूचना मिली कि आरोपी अयोध्या में राम मंदिर के पास देखा गया था, जिसे पकड़ने के लिए पांच तीन को बढ़ाते हुए एसआई नवीन नामदेव, महेंद्र जायसवाल, किशोर कुमार सहित अन्य स्टॉफ को उत्तर प्रदेश के अयोध्या रवाना किया। जहां पहुंची टीम ने भीड़-भाड़ वाली जगह में दिखे किस्सू तिवारी को घेराबंदी करते हुए पकड़ा। इस दौरान बदमाश ने पुलिस से भिड़ते हुए भागने की कोशिश की परंतु पुलिस टीम के आगे वह भागने में नाकाम रहा।
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