वृंदावन/जबलपुर। मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलकर सिद्धार्थ पांडे ने रुपये जीते तो लोभ जागा। कथावाचक होने से वृंदावन आना-जाना होता है। वृंदावन में ही ओडिशा के सुंदरगढ़ के मुकुंद ने पहचान होने के कारण उन्हें रुपये उधार दे दिए। शुरुआत में लाभ होने पर सिद्धार्थ रकम लौटाता रहा। एक दिन सात लाख रुपये गेम में हार गया। यह बात मुकुंद को पता चली, तो रुपये मांगे। इस पर सिद्धार्थ ने रुपये देने से इनकार कर दिया।
कथा वाचक को बंधन बनाने के बाद मांगे रुपये
मुकुंद ने पैसे वापस पाने के लिए अपने साथियों के साथ सिद्धार्थ के अपहरण की योजना बनाई। गुरुवार को कथावाचक को बातचीत के लिए वृंदावन अटल्ला चुंगी बुलाया। यहां एक गेस्ट हाउस में रखकर मारपीट की और घरवालों से एक लाख रुपये मंगाने के लिए दबाव बनाया।सिद्धार्थ को पानीगांव स्थित सुखधाम रिसार्ट ले गए
सिद्धार्थ के कहने पर स्वजन ने मुकुंद के मोबाइल पर एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपित सिद्धार्थ को पानीगांव स्थित सुखधाम रिसार्ट ले गए। यहां सिद्धार्थ व उसके दो साथी अमित व दीपक को बंधक बना लिया। घर से बाकी पैसे मंगवाने को दबाव बनाया।इंटरनेट मीडिया पर भेज दिया पता
सिद्धार्थ ने पैसे मंगवाने के लिए मुकुंद का मोबाइल मांगा और अपने घर पर इंटरनेट मीडिया पर रिसोर्ट की लोकेशन डाल दी। सिद्धार्थ की बहन साक्षी पांडे ने कोतवाली प्रभारी को मोबाइल पर घटना की सूचना दी। इस पर पुलिस ने मौके से मुख्य आरोपित मुकुंद शर्मा, हरियाणा के पलवल निवासी दिगंबर उर्फ हुड्डा, मथुरा के गोवर्धन निवासी रामगोपाल, थाना छाता के गांव धनसिंघा निवासी संतोष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी वृंदावन के रुक्मिणी विहार स्थित कान्हा माखन सोसाइटी के फ्लैट में रह रहे हैं।दो कार व मोबाइल फोन व कथावाचक से लूटे 28 हजार बरामद
वृंदावन कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि शिकायत होने के बाद पुलिस ने कुछ ही देर में युवकों को गिरफ्तार कर कथावाचक को छुड़ा लिया। आरोपितों से दो कार व मोबाइल फोन व कथावाचक से लूटे 28 हजार रुपये बरामद हुए हैं।
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