
भोपाल । इन दोनों साइलेंट अटैक से युवाओं की बड़ी संख्या में मौत हो रही है। रोजाना कोई ना कोई समाचार इसी तरह का आता है। सोमवार की रात बैरागढ़ निवासी अमित मालवीय, उम्र 28 वर्ष जो पीएनबी में काम करता था। खाना खाकर बिस्तर पर सोया और सोता ही रह गया।सुबह जब मां उसे उठाने के लिए पहुंची। आवाज देने पर जब वह नहीं उठा, तब मां कमरे के अंदर गई। हिलाया- डुलाया जब कोई हरकत नहीं हुई।परिवार के लोग उसे लेकर हमीदिया अस्पताल गए। जहां पर डॉक्टरों ने जांच करने के बाद साइलेंट अटैक से मौत होने की पुष्टि की।
हार्ट की झिल्ली वायरस के कारण कमजोर हो रही है
हमीदिया अस्पताल के कार्डियक विभाग के एचओडी डॉ राजेश गुप्ता का कहना है। हार्ट की झिल्ली वायरस के कारण कमजोर हो रही है। जिसके कारण युवाओं में साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ रहा है। झिल्ली फटने से रक्त के कलाट बनने लगते हैं। रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है। एक झटके में मौत हो जाती है। कोरोना वायरस के बाद यह समस्या बढ़ गई है।
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